शौर्य क्या है
थरथराती इस धरती को रौन्गति फौजियों की एक पलटन का शोर
या सहमे से आसमान को चीरता हुआ, बंदूको की सलामी का शोर
शौर्य क्या है, हरी वर्दी पर चमकते हुए चंद पीतल के सितारे
या सरहद का नाम देकर अनदेखी कुछ लकीरों की नुमाइश
शौर्य क्या है
दूर उड़ते खामोश परिंदे को गोलियों से भुन देने का एहसास
या शोलों की बरसात से पल भर में
एक शहर को शमशान बना देने का एशास
शौर्य, बहती बीआस में किसी के गर्म खून का हौले से सुर्ख हो जाना
या अंजनी किसी जन्नत की फिराक में, पल पल का दोजक बनते जाना
बरुदोसे धुन्धलाये इस आस्मान में, शौर्य क्या है
वादियों की गूंजते किसी गाँव से मातम में, शौर्य क्या है
शौर्य, शायद एक होसला, शायद एक हिम्मत, हमारे बहुत अंदर
मज़हब के बनाये दायरे तोड़ कर, किसीका हाथ थाम लेने की हिम्मत
गोलियों की बेतहाशा शोर को अपनी खामोशी से चुनोती डे पाने की हिम्मत
मरती मारती इस दुनिया में निहात्ते डेट रहने की हिम्मत
शौर्य, आने वाले कल की खातिर
अपने हिस्से की कायनात को, आज बचा लेने की हिम्मत
शौर्य क्या है
5 years ago
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